जकल का खान पान ही बहुत गलत हो रहा है। फास्टफूड, फ्राइड चीजें ज्यादा इस्तमाल, हद से ज्यादा शराब पीना, अनियमित खानपान, भागदौड़ भरी जीवनशैली लीवर के लिए बेहद नुकसानदायक है।आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियों के बारे में बताया गया है जो लीवर को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं। जड़ी-बूटियों और औषधियों की विस्तृत जानकारी :-
भुंई आंवला या भूम्यामलकी
भूम्यामलकी एक आयुर्वेदिक औषधि है जो कि आसानी से घर के आस-पास छोटे पौधे के रूप मिल जाती है. यह जड़ी-बूटी लीवर को कई तरह के संक्रमण से बचाती है और लीवर की सेहत को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है. इसका उपयोग आप चूर्ण, कैप्सूल या टेबलेट के रूप में कर सकते हैं. आजकल इसका जूस भी बाजार में मिलता है.
लीवर की क्षमता को बढ़ाती है कुटकी
कुटकी एक जड़ी-बूटी है जिसका उपयोग लीवर के रोगों में किया जाता है। इसे बाजरा भी कहा जाता है।आयुर्वेदिक विशेसज्ञों के अनुसार कुटकी लीवर की सूजन को कम करती है साथ ही लीवर की कार्य क्षमता भी बढ़ाती है। आजकल कुटकी का कैप्सूल या चूर्ण बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है।
लीवर के लिए बेहद फायदेमंद है आंवला
आंवला लीवर को डिटॉक्स करने का काम करती है। इसमें पाए जाने वाले फायटो नुट्रिएंट्स लीवर की कार्य क्षमता को बढ़ाते हैं। आंवले में हेप्टो प्रोटेक्टिव क्षमताएं होती हैं जो लीवर की कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखती है। सबसे आसान और कारगर तरीका है कि आप कच्चे आंवले का सेवन करें। इसके अलावा आज कल बाजार में आंवले के जूस, टेबलेट, कैप्सूल्स और कैंडी आसानी से मिल जाते हैं।
लीवर को संक्रमण से बचाती है एलोवेरा
एलोवेरा में भरपूर मात्रा में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो लीवर को फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले कई तरह के नुकसान और संक्रमण से बचाते हैं। रोजाना सीमित मात्रा में एलोवेरा का सेवन करने से लीवर लंबे समय तक स्वस्थ रहता है।
एलोवेरा का उपयोग सबसे ज्यादा जूस के रूप में किया जाता है. रोजाना सुबह खाली पेट दो तीन छोटी चम्मच एलोवेरा जूस में इतनी ही मात्रा में पानी मिलाकर पिएं। या पौधा हो तो उसे भी छिल कर अंदर का जैल पानी के साथ निगल लिया जा सकता है।
लीवर की सूजन को घटाती है पुनर्नवा
आज के समय में अधिकांश लोग लीवर में सूजन की समस्या से परेशान रहते हैं। पुनर्नवा एक जड़ी-बूटी है जिसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। यह लीवर की सूजन घटाती है साथ ही लीवर से जुड़े अन्य रोगों के खतरे को भी कम करती है।
पुनर्नवा चूर्ण, कैप्सूल, टेबलेट और सिरप के रूप में उपलब्ध है।
आजकल फैटी लीवर या लीवर में संक्रमण की समस्या भी ज्यादा हो रही है। अपनी जीवनशैली में थोड़ा बदलाव लाएं तो लीवर को लंबे समय तक स्वस्थ और निरोग रख सकते हैं।
🙏 रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। इससे लीवर का स्वास्थ्य ठीक रहता है और शरीर से टॉक्सिक तत्व भी आसानी से बाहर निकल जाते हैं।
🙏 अपनी डाइट में अधिक से अधक पौष्टिक चीजें शामिल करें जैसे हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, दालें, मूली, गाजर और लौकी खाएं।
🙏 शराब लीवर को बहुत नुकसान पहुंचाता है। इसलिए शराब का सेवन कम से कम मात्रा में या बिल्कुल ना करें।
🙏 नियमित व्यायाम करने से लीवर की कार्यक्षमता में सुधार होता है। रोजाना आधे घंटे व्यायाम, योग या प्राणायाम करें।
🙏 बहुत ज्यादा स्ट्रेस भी लीवर के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। रोजाना कुछ देर ध्यान करें साथ ही परिवार के साथ समय बिताएं।
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