मैं अपने बढ़ते हुए पेट को कैसे कम करूँ ?

 वजन कम करने की प्रक्रिया के दौरान निष्ठा, प्रतिबद्धता और अनुशासित जीवन शैली भी मिलती हैं। हममें से बहुत से लोग वजन कम करना चाहते हैं जिसके लिए हम अलग अलग परहेज़, व्यायाम, एरोबिक्स और योग भी करते हैं। पर कुछ ही दिनों के पश्यात हम इन अभ्यासों से ऊब जाते हैं, आशा खोने लगते हैं और अभ्यास छोड़ देते हैं। यह दुष्चक्र चलता रहता हैं और शरीर भी इनका अभ्यस्त हो जाता हैं। अगली बार शरीर इसी अभ्यास को प्रारंभ करने में ज्यादा समय और मेहनत लगाता हैं। इसका मतलब है अगली बार जब आप अपना वजन कम करने का अभ्यास करते, तब आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और अधिक प्रयास करना पड़ता हैं। दिन भर पसीना बहाना पड़ेगा, नीरसता से लड़ना पड़ेगा और जड़ता को चूर चूर करना होगा तभी लाभदायक परिणाम प्राप्त होंगे। इसके परिणाम स्वरुप जब भी आप सीशे में अपने आप को निहारेंगे आप मुस्कराएंगे।

योग वजन कम करने में सहायक हो सकता है| योग की सबसे अच्छी बात यह है की व्यायाम के पशच्यात पहले की अपेक्षा ज्यादा ताजगी और उत्साह का अनुभव होता है। योग को अधिकतर ऐरोबिक्स व्यायाम समझा जाता है जिसमे अन्य कठिन व्यायामों की अपेक्षा कैलोरी घटाने की क्षमता को कम मानते हुए, अन्य को प्रभावी माना जाता है। परंतु योग द्वारा मोटापा कम करने के अपने ही प्यारे तरीके हैं। यह एक धीमी प्रक्रिया है यह इतनी आसानी से मोटापा कम करता है जैसे चाकू से मक्खन कट रहा हो। अब कुछ सबसे अच्छे आसनों पर नजर डालते हैं जो मोटापा कम करनें में सहायक हो सकतें हैं।

मोटापा कम करने के लिए योगासन

  1. सूर्य नमस्कार | Surya namaskar
  2. वीरभद्रासन | Virabhadrasana
  3. भुजंगासन | Bhujangasana
  4. धनुरासन | Dhanurasana
  5. त्रिकोणासन |Trikonasana

सूर्य नमस्कार

बारह आसन जो एक क्रम में किए जाते हैं, संयुक्त रूप से सूर्य नमस्कार कहलाता है। ये आसन बहुत प्रभावी होते है जिसकी वजह से सूर्य नमस्कार मोटापे के लिए यह सबसे अच्छा योग है। इसका प्रभाव पूर्ण शरीर पर पड़ता है विशेष रूप से जहाँ माँस पेशियों का बड़ा समूह होता है। इसकी शुरुआत कुछ सेट /राउंड्स (चक्रों) द्वारा करना चाहिये और क्रमशः इन सेट /राउंड्स (चक्रों) की संख्या बढ़ाते जाना चाहिए। यह वजन कम करनें में सहायक होता है और इसे आसनों का राजा कहा जाता है। 

वीरभद्रासन

वीरभद्रासन से घुटने के पीछे की नस, जाँघे, पैर और टखनें मजबूत होते है, क्योकि जांघें जब आगे की ओर झुकती है तो शरीर का वजन उसके ऊपर स्थान्तरित हो जाता है। यह पेट के स्नायुओं को बल देता है जिससे आंतरिक शक्ति की बढ़ती है। आंतरिक शक्ति के बढ़ने से हम लंबे समय तक कार्यशाली बने रहते हैं। 

3 भुजंगासन

यह आसान शरीर मेँ छाती और पीठ के लिए लाभदायक होता है। दीर्घ श्वास लेते हुए छाती को ऊपर की ओर उठाने से अधिक मात्रा में ऑक्सीजन रक्त के साथ मिलकर,शरीर के अलग अलग भागों में स्पंदित होती है। ऑक्सीजनित रक्त मोटापा कम करने में सहायक होता है। कूल्हों को पुष्ट करने में भी सहायक होता है। 

4 धनुरासन

यह एक आधुनिक आसान जो ना केवल मोटापा कम कम करता है बल्कि भुजाओं और पैरों को भी पुष्ट करने में भी सहायक होता है। इस आसान में पेट के स्नायुओं पर खिंचाव का अनुभव होता है। यह खिंचाव पेट के स्नायुओं को लचीला कर देता है। लगातार इस आसन को करने से पेट लचीला और वसा कम हो जाता है। 

5 त्रिकोणासन

पेट के स्नायुओं के साथ साथ शरीर के अन्य भागों की माँस पेशियों के लिए भी व्यायाम बहुत आवश्यक है। एक निश्चित उम्र के बाद शरीर बढना बंद कर देता है और पेट के आसपास वसा एकत्रित होने लगता है। त्रिकोणासन इन बढ़े हुए वसा को कम करनें में मदद करता है। यह आसन शायद ज्यादा कैलोरी कम ना करें पर फिर भी कमर की इंच कम करने का साधन हो सकता है। यदि अगली बार पेंट ढीली हो जाये और आपको बेल्ट पहननी पड़े तो आश्चर्यचकित मत होना। 

इन आसनों से शरीर मे अढ़्भुत प्रभाव हो सकता है। पर वजन कम करने के और भी अन्य कई तरीके हैं जिसे नकारा नहीं जा सकता। एक अनुसाशित जीवनशैली और खानपान शरीर में इतना परिवर्तन ला सकते है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते।

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